कैपेसिटर क्या है उसके प्रकार और चेक कैसे करें ? ( what is capacitor and types of capacitor and how to repair in hindi? )

कैपेसिटर क्या है उसके प्रकार और चेक कैसे करें ? ( what is capacitor and types of capacitor and how to repair in hindi? )

कैपेसिटर क्या है उसके प्रकार और चेक कैसे करें ? ( what is capacitor and types of capacitor and how to repair in hindi? )

                                                                                                              CAPACITOR

History of Capacitor ( Capacitor की History )

प्रसिद्ध ब्रिटिश वैज्ञानिक माइकल फैराडे ने 18वी शताब्दी के बाद विद्युत और Capacitor की प्रकर्ति का निर्धारण किया तथा उसके बाद ही Capacitor की इकाई को फैराडे नाम दिया गया|

What is Capacitor ( Capacitor क्या है )

Capacitor एक Electronic Component है जो Electric Energy को store करता है तथा इस Energy को पुन: प्रदान करता है|

Capacitor दो सुचालक Plates द्वारा बना होता है इन दोनों Plates के मध्य कुचालक पदार्थ भरा जाता है, जिससे दोनों Plates अलग अलग रहती हैं| जब Capacitor के दोनों सिरों पर voltage दिए जाते हैं तो प्रत्येक Plate पर Electrical Charge store हो जाता है, जो एक दूसरे के विपरीत ध्रुव का होता है| Capacitor को Condensenor भी कहते हैं|

What is Capacitance ( Capacitance क्या होता है )

Capacitor द्वारा विद्युत चार्ज को store करने की क्षमता Capacitor का Capacitance कहलाता है| Capacitance मापने की इकाई को Farad(F) है|

Working of Capacitor ( Capacitor की कार्य प्रणाली )

जैसे की आप पहले ही पढ़ चुके हैं की Capacitor Electronic चार्ज या energy को store करने तथा बाद में पुन: देने की क्षमता रखता है, इसे capacitor की charging तथा Discharging क्रिया कहते हैं|

Capacitor Charging Process ( Capacitor की charging प्रक्रिया )

जब Switch को On किया जाता है तो Battery का Positive Terminal, Capacitor की ऊपरी प्लेट से जुड़कर Free Electron  को अपनी ओर आकर्षित करता है, जिससे ये Electron ऊपर Plate से Positive Terminal की ओर बहते हैं| ठीक इसी समय Positive ऊपर Plate, नीचे की Negative Plate से Free electron को अपनी ओर आकर्षित करती है लेकिन दोनों Plates के मध्य Die Electronic पदार्थ होने से Lower Plate से Upper Plate की ओर Electron Flow नहीं हो सकते हैं| यह क्रिया तब तक चलती रहती है जब तक की Upper Plate का प्रत्येक Electron Battery के Positive Terminal तक नहीं पहुँच जाता तथा Battery के Negative Terminal से Electron Lower Plate पर नहीं पहुँच जाते हैं, यह Capacitor की Charging हैं| इस क्रिया में Die Electronic पदार्थ में Electronic Field बनता है| Capacitor की charging क्रिया तब तक चलती रहती है, जब तक की दोनों Plates पर विद्युत विभव, Battery volt के बराबर नहीं हो जाते हैं| जब Capacitor की दोनों Plates पर विद्युत विभव बराबर हो जाता है तो Circuit में Current Flow रुक जाता है| इस Capacitor को Charge Capacitor कहते हैं| अच्छे Capacitor में यह Charge अधिक समय तक बना रहता है|

Capacitor Discharging Process ( Capacitor की Discharging प्रक्रिया )

Charge Capacitor से Energy या Charge पुन: प्राप्त करना Capacitor Discharging कहलाता है|

Types of Capacitor ( Capacitor कितने प्रकार के होते हैं )

  1. Polar Capacitor
  2. Non Polar Capacitor

POLAR CAPACITOR ( POLAR CAPACITOR क्या है )

जिन Capacitor में Positive और Negative Terminal होते हैं उन्हे Polar Capacitor कहते हैं| इन Capacitors को circuit में सही से लगाने की जरूरत होती है नहीं तो ये खराब हो जाते हैं| इन Capacitors को circuit में Negative और Positive Pin के हिसाब से लगाया जाता है| इनका Positive Terminal, Anode से और Negative Terminal, Cathode से जुड़ा होता है|

How Polar Capacitor Works ( Polar Capacitor कैसे काम करता है )

Polar Capacitor DC Current पर चलते हैं| ये Capacitor तब काम करते हैं जब Polar Capacitor का Positive Pin (Terminal), Battery के Positive Pin (Terminal) से और Polar Capacitor के Negative Pin (Terminal) को Battery के Negative Pin (Terminal) से जोड़ देते हैं|

Diagram  saved page ऑन डेस्कटॉप

सबसे पहले Electron , Battery के Positive Pin से बाहर निकलते हैं जो सीधे निकलकर Capacitor के Positive Terminal से होते हुए Anode की Plate में जमा हो जाते हैं| इससे उसके Plate में Magnetic Field बनती है| इस Magnetic Field के अन्दर जब दूसरी Plate आ जाती है तो इससे Electrons  का direction Anode से Cathode की तरफ बहने लगता है जिसके कारण Cathode में भी Negative Electrons जमा हो जाते हैं| इस Process से capacitor Charge हो जाता है और अपना काम करने लगता है|

NON POLAR CAPACITOR ( NON POLAR CAPACITOR क्या है )

जिन Capacitors में Negative और Positive Terminal नहीं होते हैं उन्हे NON POLAR CAPACITOR कहते हैं| ये Capacitors AC और DC दोनों पर काम करते हैं| इन्हे आप Circuit में किसी भी तरह लगा सकते हैं| इनमें Positive और Negative Terminal को देखने की जरूरत नहीं होती है|

How Non Polar Capacitor Works ( Non Polar Capacitor कैसे काम करता है )

इस Capacitor में जब Current flow होता है तो एक तरफ की Plate में Positive Electrons और दूसरी Plate में Negative Electrons जमा होते हैं| इसके बाद capacitor में electrons की cycle चलती है जिससे Negative वाले electrons, Positive Plate में जमा होते हैं और Positive वाले electrons, Negative Plate में जमा होते हैं| ये cycle इसी तरह चलती रहती है|

Other Types of Capacitors ( दूसरे प्रकार के Capacitors )

  1. Electrolytic Capacitors

यह Polar capacitor की तरह ही होता है एक तरीके से कह सकते हैं की ये Capacitor Polar capacitor के अन्दर आते हैं| इस के भी Positive और Negative Terminal होते हैं| इस Capacitor का प्रयोग Cuppling और Dicuppling के लिए किया जाता है| ये Capacitor AC Current को अन्दर जाने से रोकता है और DC Current को Block करता है| इस Capacitor की Voltage rating बहुत कम होती है| Electrolytic Capacitor तीन प्रकार के होते हैं जैसे –

  1. Tantalum Capacitor
  2. Aluminium capacitor
  3. Niobium Capacitor

 

  1. Ceramic Capacitor

इस प्रकार के Capacitor में Dielectric पदार्थ के रूप में ceramic का प्रयोग किया जाता है| ये 3PF से 2PF क्षमता के उपलब्ध हैं| ये capacitors 3V से 6000V तक प्रयोग किए जाते हैं| आजकल Ceramic capacitor का प्रयोग सबसे अधिक किया जाता हैं| इस capacitor के ऊपर इसकी value लिखी होती है| जैसे अगर इसके ऊपर 102 value लिखी है तो 10 को हम इसी तरह लिख देंगे और 2 की जगह दो शून्य(0) लगा देंगे जिससे हमें उस capacitor की वैल्यू 1000 मिलेगी| इस पिको फैराड में नापते हैं|

  1. Mica Capacitor

इस प्रकार के capacitor में Dielectric पदार्थ के रूप में mica का प्रयोग किया जाता है| ये capacitor 5 से 1000PF क्षमता में उपलब्ध हैं|

  1. Paper Capacitor

इस प्रकार के capacitor में Dielectric पदार्थ के रूप में Paper का प्रयोग किया जाता है| इस प्रकार के Capacitor AC तथा DC Circuit में 100V से 1000V तक प्रयोग किए जाते हैं| ये Capacitor 0.0005F से कई F तक क्षमता के उपलब्ध हैं|

  1. Polyester Capacitor

इस Capacitor मेंAluminium की दो electrode plate होती हैं| इस प्रकार के capacitor में Dielectric पदार्थ के रूप में Polyester  का प्रयोग किया जाता है|

  1. Super Capacitor

यह Polar Capacitor का ही type है| ये Capacitor, Electrolytic Capacitor के मुकाबले 10 से 100 गुना Charge करने की क्षमता रखते हैं| यह Capacitor Battery की तरह ही ज्यादा ऊर्जा स्टोर करके कम समय में Circuit को ज्यादा ऊर्जा प्रदान करता है| यह Capacitor Double Layer से बना होता है| इस प्रकार के capacitor में Dielectric पदार्थ के रूप में Electrolytic  का प्रयोग किया जाता है|

  1. Polypropylene Capacitor

ये capacitor AC Current पर काम करते हैं| इस Capacitor का उपयोग वहाँ किया जाता है जहां पर circuit में 3000 voltage तक की मात्रा होती हैं| इसके range पिको फैराड(PF) से लेकर Micro फैराड तक जाती हैं|

और भी कई तरह के Capacitors होते हैं अगर आपको जानना है तो Comment Box में Comment कर सकते हैं|

How to check Capacitor through Multimeter ( Capacitor को कैसे check करें Multimeter से )

  1. Capacitor को check करने के लिए Multimeter के दोनों Probe को Capacitor के दोनों Pin पर touch करेंगे तथा Multimeter के screen पर देखेंगे|
  2. यदि एकबार reading चल के पुन: वापस होती है तो Capacitor सही है|
  3. यदि capacitor को check करने पर Multimeter से continuous beep की आवाज आ रही है तो Capacitor short है means खराब है|
  4. Capacitor को check करने पर यदि Multimeter के screen पर कोई भी reading नहीं आ रही है तो capacitor खराब है|

You may also like...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

After Effect Templates

Premiere Templates