BIOS क्या है और उसको कैसे रिपेर करें ( What is BIOS and how to repair BIOS in Hindi?)

BIOS क्या है और उसको कैसे रिपेर करें ( What is BIOS and how to repair BIOS in Hindi?)

BIOS क्या है और उसको कैसे रिपेर करें

BIOS का full form Basic Input Output System होता है | यह किसी Hard disk या Window में install नहीं होता है | जब हम PC को start करते हैं तो सबसे पहले BIOS ही screen पर दिखाई देता है| यह software अपने आप ही PC के On होने पर शुरू हो जाता है | Computer के On होने पर BIOS कई components को configure करता है जैसे – RAM, Processor, Keybaord, Mouse, Hard Disk आदि इसके बाद ही computer memory में window को Load करता है |

BIOS एक Basic  Input / Output सिस्टम होता है, यह Power On के समय सभी Hardware को Enable करता है जो motherboard से attach होते  है| Power On करते ही BIOS Program की Configuration Main Memory में Load होकर सारे Hardware Devices को Test करता है, जिससे computer के Boot के समय सारे Hardware On होकर Operating system को Boot करते हैं| BIOS Setup को ROM IC में store करते हैं और इसे Motherboard पर Mount या किसी socket में लगाते है| इस ROM IC में 32 Pin होते हैं|  यह एक Non Volatile memory होती है | अगर BIOS corrupt हो जाता है तो इसे हम reprogram कर सकते हैं तथा BIOS  को update भी कर सकते हैं |

BIOS operating system को ये निर्देश देता है की Computer को किस तरह से Boot होना है और सारे Hardware devices को कहा Load होना है, क्या Load होना है, Memory और CPU कहा पर है और भी बहुत कुछ|

BIOS Setup को PROM, EPROM, EEPROM, Flash ROM में store किया जाता है इन्हें हम BIOS Chip भी कहते हैं|

ROM IC निम्नलिखित प्रकार की होता हैं-

  1. PROM

 PROM का Full Form Programme Read Only Memory होता है| ऐसे Type की IC को हम Once Time Read Only Memory के नाम से भी जानते है| इस IC को एक बार Program करके दोबारा Erase नहीं किया जा सकता| इस IC को Programme करने के बाद Byte को Lock कर दिया जाता है जिसे हम Cicuit fuse के नाम से जानते हैं| इन IC की पहचान इनके Numbers से होती है नीचे दिए गए image में देख सकते है-

  1. EPROM

इस Type की IC को हम 10 बार Erase और Programe कर सकते हैं| इस IC के Data को Erase करने के लिए IC के ऊपर sticker लगा होता है उसको हटायेंगे| Sticker को हटाने के बाद sticker के नीचे बनी Glass window को Altra Voilet Tube , जिसकी Wavelength 235nM हो, फिर इस Tubelight को On करें| On करने के बाद IC को इसके नीचे 8 से 10 hours तक रखा रहने दें इससे IC का Data Erase हो जीएगा | IC से Data Erase होने के बाद Sticker को Glass Window के ऊपर वापस लगा दें| इसके बाद इस IC को Universal Programme के जरिए Programme करेंगे | इस IC की पहचान Glass Window से करते हैं|

  1. EEPROM

इस Type की IC को 100 बार Programme और Erase कर सकते हैं| 2 से 3 Minute लगते हैं इस IC को Erase और Programme करने में| इस IC को हम इसके number से पहचान सकते हैं|

  1. Flash ROM

 इस Type की IC को हम Life Time Programme और Erase कर सकते हैं| इस IC को हम 2 से 3 second में Erase और Programme कर सकते हैं| इस IC को clock Pulse के through Erase और Programme कर सकते हैं| इस IC में 120 degree temperature पर 100 साल तक data store रहता है| इसकी पहचान इसके number से होती है नीचे दी गई image में आप देख सकते है-

Functions of BIOS ( BIOS के कार्य )

  1. BIOS setting को check करना

BIOS सबसे पहले CMOS में BIOS SETUP को check करता है ताकि सारी चीजें सही से काम करें |

  1. Computer Drivers को Load करना

उसके बाद BIOS Computer से connected devices के drivers को Load करता है जो interface का काम करते हैं |

  1. Initialize Computer Registers

Then BIOS, CPU के सभी Registers को सही तरह से उपयोग होने के लिए Ready करता है |

  1. POST ( Power OnSelfTest ) करना

Then BIOS के जरिए सभी Devices और Hardware जैसे Keyboard , Hard Disk आदि को Check करता है

  1. BIOS SETUP

POST के Process के दौरान जब हम Keyboard से एक special Key Press करते हैं तो एक Setting open होती है जिसे हम BIOS Setting कहते हैं |

Load and Check Boot Device

Then BIOS, एक Bootable Device को खोजता है उसके बाद Booting Device को Read करके Main Files को RAM में Load करता है | इसके बाद ही हमारा Operating System On होता है और हमें Desktop show होता है |

BIOS SETUP को कैसे खोले ( How to Open BIOS Setup )

अगर आपका Computer On है तो सबसे पहले उसे Restart करिए | Restart करने के बाद computer के start होते ही आपको अपने keyboard से BIOS को open करने की shortcut key press करनी होगी जैसे Esc, F12, F11 या Delete इनमें से कोई भी key हो सकती है

हर Company की BIOS key अलग अलग होती है अगर आपको नहीं पता तो आप Google पर search कर सकते हैं जिस भी company का आपके पास Laptop या PC है वो यहाँ डाल दो तो Google आपको उस company की BIOS Setup on करने की key बता देगा |

How to Update BIOS ( BIOS को Update कैसे करें )

BIOS हमारे PC का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है अगर आपको लगे की आपका BIOS problem कर रहा है तो आप BIOS को Update जरूर करें | BIOS को update करने से कई और functions जुड़ जाते हैं और ये कई तरह की Errors और Bugs को ठीक करने में सकक्षम रहता है |

How to check BIOS version ( BIOS का version कैसे चेक करें )

Computer में BIOS के version को कई तरह से पता लगा सकते हैं –

  1. i) अपना Computer Restart करें और BIOS में जाएं। उसके बाद BIOS setup के अन्दर आपको उसका version दिख जाएगा |
  2. ii) Window key +R को press करें अपने keyboard से | उसके बाद Run Command के search में “Msinfo32” Type करें और Ok को क्लिक करें| इससे System Information Windows का एक Dialog Box open होगा | उसमें आपको BIOS का version दिख जाएगा|

BIOS को Update करने के दो तरीके हैं –

BIOS Chip को Change करना

अपने motherboard के BIOS को update करने के लिए आप अपने BIOS के Chip को बदल सकते हैं और उसकी जगह पर नए Version का chip लगवा सकते हैं लेकिन BIOS के Chip को बदलते समय एक चीज का जरूर ध्यान रखें की BIOS chip आपके पुराने motherboard system और chip से मेल खाता हो |

अगर आपने कोई और chip लगा दिया जो पुराने chip से मेल न खाता हो तो आपका BIOS काम नहीं करेगा और इससे आपके motherboard को भी हानी पहुँच सकती है |

Flash Update के जरिए

Flash update के जरिए भी आप अपने BIOS को update कर सकते हैं| सबसे पहले आपको Latest Version का BIOS Download करना होगा | Download करने के बाद और BIOS को update करने से पहले, आपको अपना Computer Unbootable  होने से बचाने के लिए update  के Documentation File को जरूर पढ़ लें | नहीं तो problem हो सकती है |

BIOS setup को कैसे install करें –

BIOS को update करने के लिए, सबसे पहले आप सारे Programmes से बाहर निकल आयें | यह install होने के बाद computer Restart होगा और BIOS update हो जाएगा |

Note: अगर BIOS update program  में अपने वर्तमान BIOS version के लिए Backup का option मिलता  हैं। और अगर ऐसी सुविधा उपलब्ध है, तो BIOS को update करने से पहले अपने मौजूदा BIOS version का backup करके जरूर रख लें |

BIOS कहा लगा होता है?

Non Volatile ROM Chip में BIOS का software install रहता है| और यह ROM EEPROM (Electrically Erasable and Programmable Read Only Memory) होती है, इसके अन्दर Store BIOS को हम Update और Rewrite कर सकते हैं |

CMOS (Complementary metal oxide semiconductor) के अन्दर BIOS की सभी settings store रहती हैं|

How to Reset BIOS ( BIOS को reset कैसे करें )

अगर आपको अपने computer को boot करने मे कोई problem अ रही है या आप अपने BIOS setting को Default पर reset करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए विकल्प से reset कर सकते हैं –

Method 1

  • अगर आपका PC On है तो सबसे पहले उसे restart करिए | उसके बाद PC के On होते ही आपको BIOS setup में जाना होगा इसके लिए जो भी आपकी BIOS की Setup की shortcut key है उसे press करें | इससे आपका BIOS setup open हो जाएगा |
  • उसके बाद BIOS के exit Menu में जाकर आप वहाँ से BIOS की setting को reset कर सकते हैं |

Method 2

  • सबसे पहले आप अपने PC OFF कर दें |
  • उसके बाद अपने CPU को खोलें |
  • CPU को खोलने के बाद Motherboard में एक CMOS Battery लगी होगी जैसा की आप नीचे दी गई image में देख सकते हैं
  • Motherboard से CMOS battery को निकाल लें |
  • निकालने के बाद CMOS के socket में दो Pin होंगे चिमटी ( Twizer ) से उन दोनों Pins पर चिमटी से touch कर दें | इससे आपका BIOS reset हो जाएगा |
  • इसके बाद CMOS को वापस लगा दें |
  • और अपने PC को start कर लें |

BIOS विभाग को कैसे चेक करें ( How to check BIOS section एण्ड Fault Finding )

इस section को तब check करें हैं जब Power On करने पर Reset signal तो मिल रहा है लेकिन motherboard पर No Display आ रहा है इस section को हम निम्नलिखित तरीकों से चेक करेंगे –

  1. सबसे पहले BIOS IC की VDD Pin पर 3.3 volts की supply को check करेंगे| अगर 3.3 volts की supply नहीं आ रही है तो हम VRM/SMPS section से supply लाने वाला Circuit Open के लिए check करेंगे|
  2. यदि BIOS IC की VDD Pin पर Positive supply मिल रही है तो BIOS IC के Reset और Clock Pin पर Reset और Clock signal को check करेंगे| अगर Reset और Clock signal नहीं आ रहे हैं तो हम Clock Generator section या CPU section को check करेंगे |
  3. यदि Reset और Clock signal आ रहे है तो BIOS IC के Data Pin पर DQ1 से DQ9 पर Data को check करेंगे| यदि Data Pin पर Data नहीं आ रहा है तो BIOS IC का Software corrupt है इस IC को दोबारा Programme करें |
  4. अगर BIOS IC को Programme करते समय Programme Fail का message आए तो IC खराब है इसकी जगह नई IC लगाएँ |

Note:- अगर आप नई IC लगाते हैं तो एक चीज का ध्यान रखें की IC का Access Time एक समान हो और फिर Programmer के द्वारा उस नई IC को Programme करवाएँ उसके बाद Motherboard में लगाएँ |

 

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